मौजूदा दौर में राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को तो CBI, ED, आयकर विभाग इत्यादि के द्वारा छापे डलवाकर परेशान किए जाने की बात तो सबने सुनी थी. लेकिन अब छापे डालने का सिलसिला सामाजिक कार्यकर्ताओं तक पहुँच गया है. क्या सत्ता इसी तरह से चलाई जाती है - लुटियंस अड्डा में आज इसी विषय पर चर्चा होगी.