उत्तर प्रदेश का चुनाव नजदीक आते ही विपक्षी दलों से जुड़े लोगों पर सरकारी एजेंसियों - सीबीआई वगैरह - की गतिविधियों में तेजी आती दिख रही है. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि इन एजेंसियों की गतिविधियों का शिकार सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी क्यों नहीं होती? क्या इन एजेंसियों के द्वारा डाले जा रहे छापों का चुनाव में कोई असर होगा? लुटियंस अड्डा में आज इसी विषय पर चर्चा होगी. '
इस चर्चा में भाग लेंगे :
1. परंजॉय गुहा ठाकुरता (वरिष्ठ पत्रकार और लेखक)
2. अजय शुक्ला (वरिष्ठ पत्रकार)
3. डॉ सी.पी. राय (समाजवादी चिंतक)