Rafale Deal का जिन्न फिर निकला, नई किताब 'Flying Lies' देती है भ्रष्टाचार का प्रमाण!

The Modi government did not allow the JPC to investigate the Rafale deal. Even the Supreme Court did not hear on this. It is alleged that huge corruption took place in this deal, but it was covered up by not conducting an inquiry. In the 2019 elections, Congress leader Rahul Gandhi made it a big issue. Questions were also raised regarding the inclusion of Anil Ambani's company in the deal by replacing HAL, but there was no hearing anywhere. Now eminent journalists Pranjay Guha Thakurta and Ravi Nair have raised the issue again by writing a new book.

The book 'Flying Lies' claims that there has been huge corruption in this deal. There is also evidence of a money trail in this, but the government is not conducting the investigation. The whole issue has been understood in this video by talking to both writers.

मोदी सरकार ने रफ़ाल डील को लेकर जेपीसी से जाँच कराने की इजाज़त नहीं दी। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस पर सुनवाई नहीं की। आरोप है कि इस डील में भारी भ्रष्टाचार हुआ, पर जाँच न कराके इस पर पर्दा डाल दिया गया। 2019 के चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया था। एचएएल को हटाकर अनिल अंबानी की कंपनी को डील में शामिल किये जाने को लेकर भी सवाल उठे थे लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुआ। अब प्रख्यात पत्रकार प्रंजाय गुहा ठाकुरता और रवि नायर ने नई किताब लिखकर इस मुद्दे को फिर उभारा है।

इस किताब ‘फ्लाइंग लाइज़’ में दावा किया गया है कि इस डील में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। इसमें मनी ट्रेल के भी प्रमाण हैं पर सरकार जाँच नहीं करा रही है। इस वीडियो में दोनों लेखक से बात करके पूरे मसले को समझा गया है।