पूर्वोत्तर भारत में CAB के खिलाफ प्रदर्शन की ख़बरों पर सरकारी 'फ़रमान' के मायने

11 दिसम्बर को जब राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पर बहस चल रही थी उस वक्त असम सहित पूरे पूर्वोत्तर में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हो रहा था। यह विरोध प्रदर्शन नागरिकता बिल के लोकसभा में पेश होने से पहले शुरू हुए थे और लोकसभा में पास हो जाने के बाद इन्होंने उग्र रूप ले लिया। असम के कई जगह आगजनी और हिंसा हुई। त्रिपुरा में भी हिंसक झड़पें हुई। इन ख़बरों के सम्बन्ध में केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने एडवाइज़री जारी की, जिसमें कानून-व्यवस्था को खतरे में डालने और 'राष्ट्र-विरोधी' विचार प्रकट करने से जुड़ी ख़बरें देते हुए अत्यंत सावधानी बरतने का सुझाव दिया है। इस सरकारी एडवाइज़री पर अपनी राय रख रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार परंजॉय गुहा ठाकुरताI