नागरिकता संशोधन कानून के ख़िलाफ़ असहमति का जज़्बा भारत के विभिन्न राज्यों में नज़र आ रहा है। यह विरोध किसी एक वर्ग का नहीं है। यह विरोध भले अलीगढ और जामिया में हुई हिंसा से भड़का हो पर अब इसमें सब शामिल हैं। CAA और NRC के निशाने पर है आम जनता - खास तौर पर ग़रीब और मुसलमान।नोटबंदी के बाद यह भय है की आम आदमी फिर से कतारों में खो जायेगा।