न्यूज़क्लिक के साथ इस ख़ास बातचीत में वरिष्ठ पत्रकार शेखर गुप्ता का कहना है कि पहले से ही असफल मुख्यधारा मीडिया का रेवेन्यू मॉडल अब और भी बद्दतर होता जा रहा है। उनका यह भी मानना है कि इस स्थिति का फ़ायदा उठाते हुए भारतीय सरकार क़ानून व्यवस्था से जुड़ी एजेंसियों के ज़रिए स्वतंत्र पत्रकारिता पर अपना दबाव बढ़ा रही है। इसमें उसका साथ जीहुज़ूरी करने वाले टेलेविज़न चैनल और बंदी बना लिया गया सोशल मीडिया दे रहा है।