न्यूज़क्लिक ने इतिहासकार और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर प्रदीप कुमार दत्ता से खास चर्चा कीI प्रोफेसर दत्ता ने 40 के दशक की घटनाओं - 1943 में बंगाल की भीषण भुखमरी, दूसरा विश्व युद्ध जो 1945 में ख़त्म हुआ और भारत का विभाजन - इन घटनाओं को आज के हालात से मिलाकर देखा तो उन्होंने पाया कि भुखमरी, क्षति और बड़े स्तर पर पलायन को लेकर मौजूदा सरकार का बर्ताव भी काफी हद तक तत्कालीन सरकार जैसा ही हैI