भारत के सॉलिसिटर जनरल ने हाल ही सर्वोच्च न्यायालय में मीडिया को लेकर जो बात कही उसी के विषय में न्यूज़क्लिक ने वरिष्ठ पत्रकार विद्या कृष्णन से ख़ास बातचीत कीI दक्षिण अफ़्रीकी फोटोग्राफर केविन कार्टर द्वारा मई 1993 में सूडान में एक गिद्ध और बच्चे की जो तस्वीर ली गयी, जो बहुत प्रसिद्ध भी हुई, उसकी सॉलिसिटर जनरल ने भारत-भर से आ रही दर्दनाक तस्वीरों से तुलना कीI ये बयान राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के चलते प्रवासी मज़दूरों के जीवन में आए संकट को लेकर हो रही सुनवाई के दौरान दिया गयाI विद्या कृष्णन का मानना है कि सच दिखाकर पत्रकार अपने काम से जुड़ी ज़िम्मेदारियाँ पूरी कर रहे हैं और इसके लिए उन्हें कतई "राष्ट्र-विरोधी ग़द्दार' नहीं कहा जाना चाहिएI