किसान आंदोलन पर शासन का कोप, मीडिया और इंटरनेट शटडाऊन

किसान आंदोलन के आलोचक भी मानेंगे कि यह भारत के आधुनिक इतिहास का सबसे बड़ा किसान आंदोलन है. लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण है. इसके बावजूद सरकार का रुख कड़ा और अड़ियल है. मुख्यधारा का मीडिया पूरी तरह उसके साथ है. लेकिन जनता का दबाव सरकार पर बना हुआ है. इससे निपटने के लिए सरकार ने इंटरनेट शटडाऊन, किसानों की गिरफ्तारी, उनके खिलाफ FIR और यहां तक कि कई वरिष्ठ संपादकों/पत्रकारों के खिलाफ मामले ठोके जा रहे हैं. ट्वीट करने पर विदेशी और स्वदेशी, हर तरह के लोगों के विरुद्ध FIR दर्ज हो रहा है. कहां तक जायेगा यह सिलसिला? वरिष्ठ पत्रकार Paranjoy Guha Thakurta और Ajoy Ashirvad के साथ वरिष्ठ पत्रकार Urmilesh की बातचीत: