25-26 जून, 1975 की मध्य रात्रि को इंदिरा गांधी की सरकार द्वारा आपातकाल घोषणा के 45 वर्षों के अवसर पर भारतीय सेना के पूर्व मेजर, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी और और सामाजिक कार्यकर्ता एमजी देवसहायम बता रहे हैं कि हम एक तरह के नए आपातकाल से गुजर रहे हैं - विरोधों की आवाज़ों को कुचला जा रहा है और मानवाधिकार कानूनों को कमज़ोर किया जा रहा है।